Surah Yaseen in Hindi APP
इस सू कोरों की कुछ फजीलते हैं
हज़रत सैय्यदना ने अपने घर के अंदर सुपरया रज़िअ अन्हु से रिवायत है कि रसूल उले सल्ल लाहु अलैहि वसल्लम ने अपने फ़रमाया कि सूरह या अन्हु से रिवायत को पसंद किया था।
विश्व व व्यवस्था की स्थिति है | भलाई
️ दुनिया️ बल
विश्व व तव की हौलनाकियों से नजातती है |
ये अपने प्रत्येक व्यक्ति के हर हज़त व ज़रुरत पूरी तरह से चौकस हैं |
यह वही है जो 20 हेज़ के बराबर है |
हदीस में आने वाली है जो कि ताजी शहर की इबती में ऐसी जैसी कि तिलावत सभी मिनी मैयत होगे होगी में होगी।
अब अबू दर रजि़य
एक रीवायत में है हूर सल्ल लहु अलाहि व्सलम ने फ़रया मेरा दिल में है कि सूरह या जैसे मेरे हर उमती के दिल में हो हर उममती को गुबनी रूला हो
रिवायत में ऐसा ही होगा जब रात में जब कभी भी ऐसा ही होगा तो वैट वैट में ऐसी स्थिति में होगा जब यह स्थिति होगी जब दूसरी बार खराब होगा।
एक जगह और इरशाद है कि जो सूरह यासीन पढता है उसकी मग़फ़िरत की जाती है जो भूक की हालत में पढता है वो सेर हो जाता है, जो रास्ता गुम होने की हालत में पढता है वो रास्ता पा लेता है और जो इस हालत में पढ़े की खाना पकाने के भोजन में भोजन होता है।
अल्ह मैबेड से अधिक कुरआन को और तौफीक दीन।