श्री क्षत्रिय युवक संघ SHRIKYS APP
औपचारिक रूप में श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्था 1944 年ログイン して翻訳を追加するログイン して翻訳を追加するसकी स्थापना की गई थी। 20 年 20 月 20 日 20 年 20 月 20 日ログイン して翻訳を追加するं की भांति सम्मेलन、अधिवेशन、प्रस्ताव आदि तक सीम ित रहे। 1945 年 05-06 年、1945 年 05-06 年 (राजस) (्थान) में हुआ तथा द्वितीय अधिवेशन राजस्थान के झु 11-12 年、1946 年ोजित हुआ।ログイン して翻訳を追加するログイン して翻訳を追加するऔरकार की औपचारिक और सीमित प्रणाली से संभव नहीं थ ी、इसीलिए वे इससे संतुष्ट नहीं थे।ログイン して翻訳を追加するचलेगए। इस दौरान कई अन्य संस्थाओं के संपर्क में रहते हुログイン して翻訳を追加するログイン して翻訳を追加する名前: 名前: 名前: 名前: 名前: 名前: 名前: 名前: संघ के लिए एक `सामूहिक संस्कारमयी मनोवैज्ञा निक कर्मप्रणाली’ की रूपरेखा तैयार की। 21 年 1946 年 1946 年 1946 年सशन रोड स्थित मलसीसर हाउस में संघ की तत्कालीन काログイン して翻訳を追加するログイン して翻訳を追加するवरखा। तनसिंह जी ने अपने साथियों को अपनी विचारधारा, उदログイン して翻訳を追加するार से समझाया।ログイン して翻訳を追加する22 年、1946 年 1946 年 10 月 22 日ログイン して翻訳を追加する25-31 日 25-31 日 25-31 日 25-31 日 25-31 日घके पहले शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में अनुशासन के स्तर और शिक्षण की गरिमा को देखकर तनसिंह जी व अन्य साथियों को सप्रणाली मेログイン して翻訳を追加するयुवक संघ निरंतर अपनी ‘सामूहिक संस्कारमयी कर्मप्मप्मप् रणाली’ के माध्यम समाज में कार्य कर रहा है।