Surah Hud + Urdu APP
सूरह हुद के लिए उर्दू अनुवाद और उर्दू तारजुमा।
यह सूरह मक्का में अवतरित हुई और इसमें कुल 123 आयतें हैं। इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स.) ने कहा है कि जो कोई भी हर शुक्रवार को इस सूरह का पाठ करता है, उसका हिसाब क़यामत के दिन पैगंबर के साथ लिया जाएगा और उसके सभी पापों को क्षमा कर दिया जाएगा।
यह पवित्र पैगंबर (सल अल्लाहो अलेही वसल्लम) से बताया गया है कि जो व्यक्ति सूरह हुद का पाठ करता है उसे पवित्र पैगंबर (सल अल्लाहो अलेही वसल्लम) के समय वहां मौजूद लोगों की संख्या के बराबर इनाम मिलेगा और उसकी रैंक होगी शहीदों की तरह हो। उसके कामों का हिसाब भी उसके लिए आसान हो जाएगा।
इमाम जाफ़र अस-सादिक (अ.स.) ने कहा है कि इस सूरह को भेड़ की खाल पर लिखना और इसे हर समय अपने कब्जे में रखना एक इतना साहसी और साहसी बनाता है कि कोई भी उसे युद्ध में हरा नहीं सकता। जो कोई उसे देखेगा वह भय से भर जाएगा।