सुनेहरी बातिन ... क्या मियां हम आप के ली हैं, माशूर लोगौ के, काहे होई सुनेहरी बाटैन, बरय बुजरुगौ की, का होई बाताउ का, इके आवेदन मियां जामा के करि कशिश की है, उमेद कीर्ति ने कहा है। gi ap apni pasand ka Izhar रेटिंग या टिप्पणियाँ se hum tak poncha sakte hain। Shukriya ..
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