शिरडी के साईं बाबा की सच्ची जीवन कथाओं पर आधारित साईं सतचरिता एक जीवनी है। लेखक ने श्री। गोविंद रघुनाथ दाभोलकर उर्फ हेमपदंत, साईं सत्चरित्र का मूल संस्करण 26 नवंबर, 1930 को मराठी में प्रकाशित हुआ था। बाद का अंग्रेजी संस्करण 1944 में जल्द ही श्री द्वारा प्रकाशित किया गया था। मूल मराठी रचना से अनूदित नागाश देवस्तते (एन.वी.) गुणाजी।
इसके बाद से अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, सिंधी, बंगाली, ओडिया, नेपाली, पंजाबी और कोंकणी भाषाओं में अनुवाद किया गया है। एक अन्य अंग्रेजी संस्करण भी न्यूयॉर्क में प्रकाशित हुआ था।