Prakruti Parikshan APP
प्रमुख विशेषताऐं:
नागरिक पंजीकरण और क्यूआर कोड जनरेशन:
नागरिक ओटीपी सत्यापन के साथ अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं।
एक बार पंजीकृत होने के बाद, ऐप एक अद्वितीय क्यूआर कोड उत्पन्न करता है जो नागरिक की पहचान के रूप में कार्य करता है।
स्वयंसेवी पहुंच और क्यूआर कोड स्कैनिंग:
स्वयंसेवक ऐप के अंतर्निहित स्कैनर का उपयोग करके नागरिक के क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं।
स्कैन करने पर, स्वयंसेवक नागरिक की बुनियादी जानकारी देख सकते हैं और किसी भी छूटे हुए विवरण को अपडेट कर सकते हैं।
प्रकृति प्रश्नावली:
स्वयंसेवक प्रकृति-संबंधी प्रश्नों की एक श्रृंखला पूछकर नागरिकों की सहायता करते हैं।
सटीक सर्वेक्षण परिणाम सुनिश्चित करने के लिए उत्तर ऐप के भीतर वास्तविक समय में रिकॉर्ड किए जाते हैं।
स्लोगन के साथ वीडियो अपलोड करें:
प्रश्नावली पूरी करने के बाद, स्वयंसेवक व्यक्तिगत नारा बोलते हुए नागरिक का एक छोटा वीडियो रिकॉर्ड करता है और अपलोड करता है।
डिजिटल प्रकृति प्रमाणपत्र:
सर्वेक्षण पूरा करने पर, नागरिक को ऐप के भीतर एक डिजिटल प्रकृति प्रमाणपत्र प्राप्त होता है, जिसमें उनके शरीर के संविधान (वात, पित्त, या कफ) की रूपरेखा दी गई है।
फोटो अपलोड और सबमिशन:
स्वयंसेवक अपने डिजिटल प्रमाणपत्र के साथ नागरिक की एक तस्वीर अपलोड करता है और प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रकृति सर्वेक्षण सर्वेक्षण प्रस्तुत करता है।
उपभोक्ता - अनुकूल इंटरफ़ेस:
ऐप एक साफ़ और सरल उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस प्रदान करता है, जिससे नागरिकों और स्वयंसेवकों दोनों के लिए नेविगेट करना और कार्यों को पूरा करना आसान हो जाता है।
ऐप के लाभ:
नागरिकों को व्यक्तिगत आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करता है।
उपयोगकर्ताओं और स्वयंसेवकों दोनों के लिए प्रकृति विश्लेषण प्रक्रिया को सरल बनाता है।
सुरक्षित ओटीपी-आधारित पंजीकरण डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
क्यूआर कोड-आधारित पहचान स्वयंसेवक के नेतृत्व वाले सर्वेक्षण सत्रों को सुव्यवस्थित करती है।
पूरी तरह से डिजिटल प्रमाणपत्र कागजी दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता को समाप्त कर देते हैं।
गोपनीयता और सुरक्षा:
सभी उपयोगकर्ता डेटा एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित रूप से संग्रहीत है।
ऐप उपयोगकर्ता सत्यापन के लिए ओटीपी का उपयोग करता है और उचित क्रेडेंशियल वाले स्वयंसेवकों तक पहुंच को प्रतिबंधित करता है।
नागरिक डेटा तक स्वयंसेवकों की पहुंच केवल सर्वेक्षण-संबंधित गतिविधियों तक ही सीमित है।
लक्षित दर्शक:
नागरिक अपने आयुर्वेदिक शरीर के प्रकार (प्रकृति) को समझने में रुचि रखते हैं।
स्वयंसेवकों को सर्वेक्षण करने और नागरिकों की सहायता करने का प्रशिक्षण दिया गया।