Kitab Maulid Diba + Terjemah APP
इसमें कविता की सुंदरता पैगंबर मुहम्मद SAW के प्यार को जोड़ने में किसी का ध्यान आकर्षित करने में सक्षम है। इसके अलावा, मौलिद दीबा पैगंबर के चरित्र और विशेषताओं के बारे में जानने का भी एक माध्यम है।
यह मौलिद दीबा किताब यमन के एक विद्वान इमाम अब्दुर्रहमान अद-दिबाई द्वारा बनाई गई थी। मौलिद दीबा में उन्होंने रसूलुल्लाह SAW के लिए प्यार की सच्ची प्रकृति के साथ अपना प्यार दिखाया ताकि वह अल्लाह के करीब आ सकें और साथ ही रसूलुल्लाह SAW और उनके दोस्तों के लिए अल्लाह SWT के लिए प्यार बढ़ाने का एक साधन बन सकें।
कई उलमा इस बात से सहमत हैं कि मौलिद दीबा की फदिलाह कई और अनगिनत हैं क्योंकि इसे पढ़कर आप अल-कुरान, हदीस, आशीर्वाद को पढ़ना सुनिश्चित कर सकते हैं और अपने जीवनकाल में पैगंबर मुहम्मद का अनुकरण भी कर सकते हैं।
हम मौलिद दीबा और अनुवाद का यह आवेदन दीबा के मौलिद को सीखने में मदद कर सकता है। इस एप्लिकेशन में कुछ सामग्री में शामिल हैं:
1 يَارَبِّ صَلِّ عَليٰ مُحَمَّدْ
2 اِنَّا فَتَحْنَا لَكَ فَتْحًا مُبِيْنَا
3 يَارَسُوْلَ اللهِ سَـلَامٌ عَلَيْكَ
4 अल्लाह
5 قِيلَ هُوَ أَدَمُ
6 يُبْعَثُ مِنْ تِهَامَة
7 ثُمَّ أَرُدُّهٗ مِنَ الْعَرْشِ
8 صَلاَةُ اللهِ مَالاَحَتْ كَوَاكِبْ
9 فَسُبْحَانَ مَنْ خَصَّهٗ صَلَّى اللهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ بِأَشْرَفِ الْمَنَاصِبِ وَالْمَرَاتِبِ
10 أوّلُ مَا माता
11 अल्लाह
12 ثَّانِيُّ عَنْ عَطَاءِ بْنِ يَسَارٍ
13 فَيَقُوْلُ الْحَقُّ وَعِزَّتِيْ وَجَلاَلِيْ
14 أَحْضِرُوْا قُلُوْبَكُمْ يَامَعْشَرَ ذَوِي الْأَلْبَابِ
15 فَاهْتَزَّ الْعَرْشُ طَرَبًا وَاسْتِبْشَارًا
16 مَحَلُّ اْلقِيَامِ
17 وَوُلِدَ صَلَّى اللهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ مَخْتُوْنًا بِيَدِ الْعِنَايَةِ
18 قِيْلَ مَنْ يَّكْفُلُ هٰذِهِ الدُّرَّةَ الْيَتِيْمَةَ
19 ثُمَّ أَعْرَضَ عَنْهُ مَرَاضِعُ الْإِنْسِ لِمَا سَبَقَ فِيْ طَيِّ الْغَيْبِ
20 فَبَيْنَمَا هُوَ ذَاتَ يَوْمٍ نَاءٍ عَنِ الْأَوْطَانِ
21 فَقَالَتِ الْمَلَآئِكَةُ يَاحَبِيْبَ الرَّحْمٰنِ
22 فَبَيْنَمَا الْحَبِيْبُ صَلَّى اللهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ مُنْصِتٌ لِسَمَبَاعَ الَْ الَْ
23 فَلَمَّا رَأَتْهُ حَلِيْمَةُ سَالِمًا مِنَ الْأَهْوَالِ
24 وَكَانَ صَلىَّ अल्लाह عَلَيْهِ وَسَلَّمَ أَحْسَنَ النَّاسِ خَلْقًا وَخُلُقًا
25 وَقِيْلَ لِبَعْضِهِمْ كَأَنَّ وَجْهَهُ الْقَمَرُ
26 وَمَا عَسٰى أَنْ يُقُرْاٰنُ
27 يَا بَدْرَتِمٍّ حَازَ کُلَّ كَمَالِ
28 دُعَاءُ المَوْلِد
तो अब और संकोच न करें, आप में से जो लोग शोलावत और मौलिद को पसंद करते हैं, कृपया इस एप्लिकेशन को अपने मोबाइल डिवाइस पर इंस्टॉल करें।