Darood-e-Muqadas - درود مقدس APP
जो कोई भी इस दरूद पाक का पाठ करे। उसके पास वलीह, कुतुब, अब्दाल और घोस जैसी जगह में अमीर होगा। इस दुरूद पाक का पाठ करके। उसके जीवन भर के सभी बड़े और छोटे पाप क्षमा कर दिए जाएंगे। भले ही वह समुद्र के झाग के बराबर ही क्यों न हो।
जो फज्र की नमाज के बाद दुरूद मुकद्दस का पाठ करता है। वह मौत की कठिनाई से सुरक्षित रहेगा और वह मुनकार नाकिर के सवालों के जवाब आसानी से देगा। अल्लाह SWT उसकी कब्र को जन्नत जैसा बना देगा और वह हमेशा शांति से रहेगा।
जब वह न्याय के दिन फिर से जी उठेगा तो उसका चेहरा चाँद की तरह चमक उठेगा। उसका चेहरा देखकर दूसरे लोग भी चौंक जाएंगे। वह अल्लाह SWT के पैगंबर या दोस्त हैं। जवाब अल्लाह SWT से आएगा। वह पैगंबर नहीं है। लेकिन वह पैगंबर मुहम्मद PBUH के उम्माह से है।
क्योंकि दुनिया में वह दिल से दुरूद मुकद्दस का पाठ करते थे इसलिए उन्हें यह पद मिला है। जब उस पुनरुत्थान का प्रसारण किया जाएगा। तो, इस दुरूद पाक का पाठ करने वाला,। देवदूत उन्हें दाहिने हाथ से विलेख पत्र देंगे और उनके काम का पैमाना भारी होगा।
इस वजह से दुरूद पाक। वह पवित्र पैगंबर PBUH की हिमायत प्राप्त करेगा। वह बिना किसी हिचकिचाहट के स्वर्ग जाएगा। जो कोई भी इस दुरूद पाक को तहज्जुद की नमाज में 7 शुक्रवार की रात 11 बार पढ़ता है।
वह शरीर के सभी रोगों से सुरक्षित रहेगा। अगर कोई इसे ताबीज बनाकर गले में धारण करता है। वह भूत और बुराई से सुरक्षित रहेगा। जो कोई भी इस दुरूद पाक का पाठ करे। उनकी सारी दुआ कुबूल होगी। अगर किसी का कोई मकसद हो तो तहज्जुद की नमाज में इस दुरूद पाक का 7 बार जाप करें।
दुरूद पाक पढ़ने के बाद। उसे सजदा करना चाहिए और दुआ करनी चाहिए। इंशाअल्लाह, उनकी दुआ कुबूल होगी। अगर कोई महिला निःसंतान है तो इस दुरूद पाक का 40 दिन तक 3 बार पाठ करें और पानी पर फूंक मारकर पीएं।
इंशाअल्लाह, उन्हें संतान की प्राप्ति होगी। जो कोई भी गुरुवार से शुक्रवार रात के बीच सोते समय इस दुरूद पाक का पाठ करता है। अल्लाह SWT उसे 4 लाभ देगा।
1)अल्लाह का प्यार
2) पैगंबर मुहम्मद SAWW का प्यार
3) वह बिना किसी हिचकिचाहट के जन्नत में जाएगा
4) उसका प्रावधान बढ़ेगा
इमाम मलिक से रिवायत है। जो कोई भी इस दुरूद पाक का पाठ करे और उस पर वार करे। वह कठिनाइयों, बीमारियों और आपदाओं से सुरक्षित रहेगा। वह हमेशा अल्लाह SWT के संरक्षण में रहेगा।
वैसे भी इस दुरूद पाक के बहुत सारे फायदे हैं। वह केवल पढ़ने वाले को ही मिलेगा। इसलिए सभी को सप्ताह में कम से कम एक बार इस दुरूद पाक का पाठ करना चाहिए।
अगर अध्यात्म के लोग इस दुरूद पाक का पाठ करते हैं। इसलिए, उनकी रैंक बहुत तेजी से बढ़ती है। जो कोई भी पैगंबर पीबीयूएच के आने के उद्देश्य से इस दुरूद पाक का पाठ करता है। 40 दिनों तक सोते समय इस दुरूद पाक का पाठ करें। वह अपने सपने में पैगंबर पीबीयूएच को देखेंगे।
निष्कर्ष
“बेनिफिट्स ऑफ़ दुरूद मुक़द्दस” “इस्लाम पीस ऑफ़ हार्ट” की पोस्ट है। इस पोस्ट को लाइक, शेयर और कमेंट करना न भूलें। अधिक और नवीनतम इस्लामिक पोस्ट के लिए हमारे न्यूज़लेटर को भी सब्सक्राइब करें। अगर आपका इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सवाल है तो कमेंट लिखें हम आपको जवाब देंगे।
जो कोई ख्वाह मर्द ख्वाह औरत दुरूद-ए-मुकद्दस को ताजीम वा तक्रीम से परेगा। अल्लाह ताला के फजल-ओ-करम से इसके परहने वाले तमम लोगो को दीन में और दुनिया दोनो जहान के मकासिद और मातलिब हासिल हो जाएंगे। और इसके परहने वाले लोगो की तमं जयज हाजात इंशा अल्लाह जरूर पूरी होगी, आमीन। दुरूद-ए-मुक़द्दस के भोट अज़ीम फ़ज़ीलत है। शरीयत बस यहीं है के परहने वाले शक का याकीन अल्लाह पर हो और परहने के पहले और साथ-साथ पकेजगी का बेहद ख्याल रखे। जो भी कपड़े पहनने कर इसे परहने बेथे वो पाक साफ हो, जहां जहां परे वो पाक साफ हो।
दरूद ए मुक़द्दस,,,दारूद ओ सलाम,सलात ओ सलाम,अहले सुन्नत की पहचान,हुक़म ए रब्बील आलमीन,वज़ीफ़ा ए खुदावंडी,मुस्लिम अकीदाह,इस्लामी अकीदाह,मुस्लिम की पहचान,मुनाफिक पेरायशन,उर्दू,इस्लाम पर इस्लाम , पवित्र पैगंबर, अल्लाह के अंतिम और अंतिम पैगंबर,