भक्ति भंडारी बसवन्ना वचन संग्रह
बसवन्ना १२वीं सदी के वक्ताओं के लिए एक बेहतरीन जगह है। बसवन्ना का जन्म 1134 में बीजापुर जिले के बसवनागे बागेवाड़ी गांव में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि बसवन्ना की मां का जन्म इंगलेस्वरा गांव के गांव में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन अपनी बड़ी बहन नागम्मा और भव शिवस्वामी के साथ बिताया। बसवन्ना लिंगायत समुदाय के संस्थापक थे। बसवन्ना शुरू से ही वैदिक संस्कृति के विरोधी रहे हैं। बसवन्ना कलचौरी राजा बिज्जला के दरबार में मंत्री थे और एक समाज सुधारक थे। बासवन्ना ने वत्स के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाई। बसवन्ना को "कर्नाटक के मार्टिन लूथर" के रूप में जाना जाता है। "सर आर्थर मेलर" कहा जाता है। बसव ने अपनी माता के चचेरे भाई से विवाह किया। उनकी पत्नी गंगंबाइक कलचुरी के प्रधानमंत्री राजा बिज्जा की बेटी हैं। बसवेश्वर ने संगम में संगम का अध्ययन करते हुए बारह वर्ष बिताए। जाति, पंथ और लिंग भेद को खारिज करने वाले बासवन्ना ने एक सामाजिक क्रांति का नेतृत्व किया।
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