Dharampal Sharma APP
प्रारभ्म से ही सामाजिक गतविघियो में बढ़ चढ़ कर भाग लिया । चाहे वह किसी धार्मिक संस्था में दान हो । गउशाला की सेवा ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिसकी सेवा करने में इन्होने कोई कसर छोड़ी हो । सभी जातियो का विकास ही इनकी सोच रही है। इनकी सोच के चलते इनके राजनीतिक जीवन को षुरूआत हुई सन 1996 से 2001 तक ये कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे व 2001-2011 तक HRCC के सक्रिय सदस्य रहे, परन्तु आदरणीय श्री नरेंद्र दास मोदी व अमित शाह जी के विचारो से प्रभावित होकर इन्होने 16 अगस्त 2014 को अमित शाह के नेतृत्त्व में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की ।
आदरणीय केशव बलीराम हेडगर्वनर व चो० दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शो को अपने जीवन में आत्मसात कर ये मानव सेवा की राह पर निकल पड़े । इन्होने अपना कर्मक्षेत्र देवभूमि कपिल मुनि की जन्म स्थली कलायत हलके को चुना जोकि राजनितिक शैक्षित चिकित्सीय व जीवन की मूलभूत सुविधाओं के मामले में अभी तक काफी पिछड़ा हुआ था । अपने जन्मक्षेत्रए शिक्षाक्षेत्रए धर्मक्षेत्र की ऐसी स्थिति को सुधारने के लिए इन्होने दिन रात एक करना शुरू कर दिया । इनकी ऐसी दूरगामी सोच व नेतृत्व क्षमता पर विश्वास करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इन्हे 2014 के विधानसभा चुनावो में अपना उमीदवार घोषित किया , परन्तु कैथल व जींद बेल्ट में भारतीय जनता पार्टी अपना आशास्वरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई व केवल दो स्थानों पर विजयी रहे । परन्तु फिर भी धर्मपाल शर्मा जी ने हलके के विकास को लेकर जो दूरगामी नीतिया बनाई हुई थीए उनपर कार्य करना नहीं छोड़ा तथा आदणीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी से हलके के विकास के लिए योगदान मांगने में कभी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी तथा आदरणिय मुख्यमंत्री ने भी इनकी सोच तथा हलके के विकास की दशा को देखते हुए सरकारी खजाने का मुँह कलायत हलके के लिए खोल दिया ।
घर्मपाल शर्मा जी द्वारा करवायीं गए प्रमुख विकास कार्य
कलायत हलका शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ था । यहाँ कोई सरकारी कालेज नहीं था कस्बे की लड़कियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए कैथल जाना पड़ता था । पिछली कई सरकारे मात्र लुभावने वायदे वायदे करती रही परन्तु जमीनी स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं की गई । परन्तु धर्मपाल शर्मा जी ने हलके की इन मांगों को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर दिया और आखिरकार उनकी व कार्य कार्यकर्ताओं की मेहनत रंग लाई और कलयात कन्या राजकीय महाविधालय में सन 2018-19 से ही विद्यिवत कक्षाएं लगनी शुरू हो गई व इस प्रकार हलके की चिरकालीन मांग शर्मा जी के भरपूर प्रयासों से सिरे चढ़ी ।
कलायत हलका में कोई भी सरकारी रेस्ट हॉउस नहीं था , जबकि कस्बे की भूगोलिक व सामाजिक परिदृश्य को देखते हुए यहा एक सरकारी रेस्ट हॉउस को नितांत आवश्यकता थी
पिछली सरकारों और निवार्चित जन प्रतिनिधियों ने हलके की इस माँग को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई । परन्तु घर्मपाल शर्मा जी ने अपने क्षेत्र में सरकारी रेस्ट हॉउस का कार्य पूरा करवाया ।